आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस हमारी बहुत बड़ी जरूरत बन चुका है और कैशलेस क्लेम की प्रक्रिया ने इसे और आसान बना दिया है I आज हम इस ब्लॉग में विस्तार से कैशलेस क्लेम से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी साझा करेंगे I

1. कैशलेस क्लेम क्या होता है ? (What is a cashless claim?)
कैशलेस क्लेम का मतलब होता है की पॉलिसीधारक को अपने इलाज के बिल का भुगतान नहीं करना होता है I इसमें इंश्योरेंस कंपनी सीधे पैनल हॉस्पिटल को बिल का भुगतान करती है I
2. कैशलेस क्लेम के लाभ (Benefits of Cashless Claim)
आर्थिक मदद : कई बार बड़ी बीमारी होने की वजह से खर्च अधिक होने पर आपकी हेल्थ पालिसी से कैशलेस क्लेम मिल जाने पर बड़ी आर्थिक मदद मिलती है I
आसान प्रोसेस : कैशलेस क्लेम में पेमेंट का प्रोसेस जल्दी होता है जिससे पॉलिसीधारक को इलाज मिलने में आसानी होती है I
अच्छी गुणवत्ता वाले हॉस्पिटल : नैटवर्क हॉस्पिटल की सुविधाएं उच्च गुणवत्ता वाली होती है I
3. कैशलेस क्लेम के लिए आवश्यक दस्तावेज (Documents required for cashless claim)
(i) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी की कॉपी (इंश्योरेंस कार्ड या हेल्थ कार्ड)
(iiआईडी प्रूफ (आधार कार्ड, पैन कार्ड आदि)
(iii) अस्पताल से प्रिस्क्रिप्शन और मेडिकल रिपोर्ट (OPD स्लिप , लैब टेस्ट रिपोर्ट )
नोट : इन सभी डाक्यूमेंट्स की सॉफ्ट कॉपी से भी आप कैशलेस क्लेम ले सकते है I
4. कैशलेस क्लेम प्रक्रिया कैसे काम करती है? (How does the cashless claim process work?)
(i) नेटवर्क हॉस्पिटल : जिस कंपनी की आपके पास हेल्थ पालिसी है उस कंपनी के नेटवर्क के अंदर जितने भी हॉस्पिटल आते है जो आपके नज़दीक है आप उनमे से किसी भी हॉस्पिटल में जा कर कैशलेस क्लेम ले सकते है I नेटवर्क हॉस्पिटल की लिस्ट आपकी इंश्योरेंस कंपनी की वेबसाइट पर आसानी से मिल जाएगी I
(ii) डॉक्टर से OPD में चेकअप करना : हॉस्पिटल में जा कर सबसे पहले हमे डॉक्टर से मिलकर चेकअप कराना होगा I अगर डॉक्टर को लगता है मरीज को तकलीफ ज्यादा है तो डॉक्टर आपको एडमिट होने के लिए बोलेंगे I
(iii) हॉस्पिटल TPA टीम से मिलना : डॉक्टर के एडमिट बोलने पर आपको हॉस्पिटल में tpa टीम से मिल कर अपने डाक्यूमेंट्स वह चेक कराकर जमा कराने होंगे I
(iv) प्री अप्रूवल प्रोसेस : डाक्यूमेंट्स चेक हो जाने के बाद आपका प्री अप्रूवल क्लेम का प्रोसेस हॉस्पिटल TPA की तरफ से कर दिया जाता है I जिसमे सभी डाक्यूमेंट्स हॉस्पिटल की तरफ से तैयार करके इंश्योरेंस कंपनी के पास अप्रूवल के लिए भेजे जाते है I
5. कैशलेस क्लेम के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें (Things to keep in mind during cashless claim)
(i) पैनल अस्पताल में इलाज कराएं।
(ii) पॉलिसी के नियम और शर्तों को पहले से समझ लें।
(iii) सभी दस्तावेज पूरे रखें।
6. कैशलेस क्लेम में आने वाली समस्याएं और उनके समाधान (Problems arising in cashless claim and their solutions)
(i) प्री-अप्रूवल में देरी: समय पर सभी दस्तावेज जमा करें।
(ii) क्लेम रिजेक्ट होना: पॉलिसी की शर्तो को पढ़े और नियमों का पालन करें।
7. कैशलेस क्लेम प्रक्रिया में देरी होने पर क्या करें? (What to do if there is delay in the cashless claim process?)
(i) TPA या इंश्योरेंस कंपनी के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।
(ii) अस्पताल TPA से क्लेम स्थिति की जानकारी लें।
(iii) जरूरत पड़ने पर इंश्योरेंस कंपनी को लिखित शिकायत दें।
8. कैशलेस क्लेम और रिइम्बर्समेंट क्लेम में अंतर (Difference between cashless claim and reimbursement claim)
(i) कैशलेस क्लेम: क्लेम पास होने पर इंश्योरेंस कंपनी अस्पताल को सीधा भुगतान करती है।
(ii) रिइम्बर्समेंट क्लेम: इलाज का खर्च पहले खुद pay करना पड़ता है और बाद में इंश्योरेंस कंपनी से reimburse करने पर रिफंड मिलता है।
9. बिना किसी परेशानी के कैशलेस क्लेम लेने के टिप्स (Tips to get a cashless claim without any hassle)
(i) पॉलिसी के नेटवर्क अस्पतालों की सूची बार बार चेक करते रहे और अपने घर के आसपास अचे हॉस्पिटल पहले से ही ढूंढ कर रखे
(ii) नियमित रूप से पॉलिसी प्रीमियम का भुगतान करें।
(iii) सभी दस्तावेज हमेशा तैयार रखें और एक सॉफ्ट कॉपी अपने मोबाइल में स्कैन करके रखे ताकि किसी भी इमरजेंसी में आप उन डाक्यूमेंट्स इस्तेमाल कर सके I
10. कैशलेस क्लेम के लिए TPA की भूमिका (Role of TPA for cashless claims)
TPA (थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर) कैशलेस क्लेम प्रक्रिया को सरल बनाने में मदद करता है। यह पॉलिसीधारक और इंश्योरेंस कंपनी के बीच एक ब्रिज का काम करता है।
निष्कर्ष
कैशलेस क्लेम प्रक्रिया एक सुविधाजनक विकल्प है, लेकिन इसके लिए पॉलिसी की शर्तों और दस्तावेजों की पूरी जानकारी होना आवश्यक है। अगर आप ऊपर बताए गए टिप्स का पालन करते हैं, तो आपका कैशलेस क्लेम प्रक्रिया आसान और परेशानी मुक्त होगी।